छपरा में कोरोना संक्रमण पर भारी पड़ा आस्था:कोरोना गाइडलाइन का मखौल उड़ाते निकाली गई ताजिया जुलूस, सैकड़ों की संख्या में जुटे लोग, रातभर घूमते दिखे

 


छपरा में कोरोना संक्रमण पर भारी पड़ा आस्था:कोरोना गाइडलाइन का मखौल उड़ाते निकाली गई ताजिया जुलूस, सैकड़ों की संख्या में जुटे लोग, रातभर कोरोना गाइडलाइन का मखौल उड़ाते निकाली गई ताजिया जुलूस, सैकड़ों की संख्या में जुटे लोग, रातभर घूमते कोरोना महामारी से पूरा विश्व त्रस्त है। समस्त विश्व सहित बिहार में भी करोना महामारी का दौर चल रहा है। संक्रमण के मद्देनजर बिहार सरकार द्वारा प्रत्येक जिला प्रशासन को संक्रमण कम करने हेतु किसी भी धार्मिक आयोजन में भीड़ इक्कठा होने से मनाही किया गया है। जिला के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार मोहर्रम ताजिया का पर्व अपने घर पर ही मनाना है। कोई जुलूस जलसा नहीं करने का आदेश है। इसके लिए जिले के हर थाने में शांति समिति का बैठक करके सभी लोगों को निर्देशित किया गया था। उसके बावजूद कोपा बड़ी मस्जिद के पास जिला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करते हुए ताजिया जुलूस निकाला गया, जिसमें 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया।

शांती समिति के बैठक में जुलूस,भीड़ और जलसा नही करने का आदेश था

बिहार सरकार के आदेशानुसार जिलाप्रशासन द्वारा मीडिया प्रेस विज्ञप्ति और प्रत्येक थाना पर शांति समिति की बैठक कर किसी भी धार्मिक और सामाजिक आयोजन पर रोक लगाने का निर्देश जारी हुआ था। बावजूद इसके सारण जिला के कई जगहों पर मुहर्रम की जुलूस निकाला गई। कोविड प्रोटोकॉल और जिला प्रशासन के आदेश का मखौल उड़ाते हुए सैकड़ो सैकड़ो की तजिया सेवादार सडको पर जुलूस के साथ निखले।

पूर्व में भी हो चुका है प्राथमिकी दर्ज पर नही समझे लोग

पिछले साल भी इन लोगों द्वारा प्रशासन के सख्त मनाही के बाद भी जुलूस निकाला था। जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने जुलूस का विरोध किया और प्रशासन से कार्यवाई की मांग की थी। बाद में प्रशासन द्वारा ने 17 लोगों पर एफआईआर दर्ज़ किया। लेकिन आज तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। इस साल भी प्रशासन मौन रही है।

सैकड़ों के भीड़ के साथ ताजिया जुलूस निकाल देर रात्रि तक घूमते रहे लोग

कोपा थाना के कोपा गावं में सैकड़ो की संख्या में मुहर्रम जुलूस में घूमते नजर आए। सरकार और जिला प्रशासन के आदेश का मखौल उड़ाते लोग को कोरोना जैसी बेहद संक्रमित बीमारी से लापरवाह दिखे। जिला प्रशासन द्वारा सार्वजनिक रूप से किसी भी धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध है।

कही इसी तरह के आयोजन न बन जाए तीसरी लहर का का कारण

एक तरफ सरकार तीसरी लहर को लेकर तैयारी में जुटी हुई है। सभी तरह के सार्वजनिक और धार्मिक भीड़भाड़ पूर्णतः प्रतिबंधित है।लेकिन ताजिया जुलूस में देखी गई भीड़भाड़ इस सभी आदेशों से बेफ़िक्र नजर आए। सैकड़ो की संख्या में लोग बिना मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस से लापरवाह दिखे। तीसरी लहर के चेतावनी के बावजूद इस तरह का अनियंत्रित भीड़ ही तीसरी लहर का कारण न बन जाए।

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