पानी की सप्लाई नहीं ||नल कनेक्शन के 2016 से अब तक 1419 आवेदन लंबित एईएन बोले 50 ही है बाकी
- और...बेतुका नियम बिना बताए छह माह बाद आवेदन ही निरस्त
- दावा; 2024 तक हर घर नल कनेक्शन का, सच्चाई; 6 साल में 4024 कनेक्शन ही कर पाया जलदाय विभाग
शहर के बलदेव नगर निवासी टीपूदेवी पत्नी देवेंद्र कुमार व साेहनसिंह पुत्र सुखराम ने जलदाय विभाग में इस आस में नल कनेक्शन के लिए आवेदन किया था कि जल्दी ही उनके घर पानी की सप्लाई होगी। छह साल बाद भी विभाग के अधिकारी यहां नल कनेक्शन नहीं कर पाए है। ऐसे 1419 आवेदन जलदाय विभाग में धूल फांक रहे हैं। फाइलाें की पेंडेंसी विभाग की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही है।
शहरी क्षेत्र में 29,938 उपभाेक्ता है। पीएचईडी के जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक एक ओर हर घर नल कनेक्शन याेजना चलाई जा रही है। दावे गांवों और ढाणियों तक कनेक्शन देने के किए जा रहे हैं ताे दूसरी ओर जिला मुख्यालय पर ही एईएन कार्यालय में गत छह साल से 1419 नल कनेक्शनों की फाइलाें का निपटारा नहीं किया गया है। इनमें से 334 फाइलाें काे ताे जलदाय अधिकारी नॉट फिजिबल कर चुका है।
उपभाेक्ताओं की ओर से कार्यालय में अगस्त 2016 से अब तक 5443 फाइलें जमा करवाई गई है। इनमें से जलदाय विभाग 4024 कनेक्शन ही जारी कर पाया है। कार्यालय में 1085 ऐसी फाइलें है जाे विभाग के मानकों पर खरी उतर रही है, लेकिन लापरवाह अधिकारी इनकी सुध तक नहीं ले रहे हैं। अधिकारियों की अनदेखी के चलते शहरवासी परेशान हाे रहे हैं।
शहर में ही कनेक्शन देने में नाकारा साबित हो रहा है तो गांव व ढाणियों तक जल पहुंचाना कैसे संभव होगा? वहीं दूसरी ओर जारी कनेक्शन के लिए बिल तक समय पर नहीं दिए जा रहे हैं। ऐसे में उपभाेक्ता खुद ही कार्यालय पहुंचकर बिल लेकर विलंब शुल्क के साथ राशि जमा करवाने काे मजबूर है। पीएचईडी की ओर से 15 अगस्त 2019 से जल जीवन मिशन के तहत दिसंबर 2024 तक हर घर नल से जाेड़ना है। ऐसे में कनेक्शन जारी करने में लापरवाही बरतने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
अधिकतर आवेदन शहर के मुख्य इलाकों के
इन सभी आवेदनों में अधिकतर तो शहर के मुख्य इलाकों के है। शहर के सरदापुरा, हमीरपुरा, इन्द्रा नगर, इन्द्रा काॅलाेनी, दानजी की होदी, बलदेव नगर, जटियाें का वास, गांधी नगर, गेहूं राेड, विष्णु काॅलाेनी, रामनगर, शिवनगर, महादेव नगर, वीरातरा नगर, कुड़ला राेड, शिवकर राेड सहित कई इलाकों के लोग विभाग के कई बार चक्कर काट चुके हैं लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
अगस्त 2016 से अबतक कार्यालय में फाइलों की स्थिति
ये है कनेक्शन की गाइडलाइन
उपभोक्ता के घर से विभाग की पाइप लाइन की दूरी 20 फीट या इससे कम होनी चाहिए। उपभोक्ता के घर तक पानी प्रेशर से पहुंचना चाहिए। यदि प्रेशर से पानी नहीं पहुंचे तो कनेक्शन जारी नहीं किया जाता। गाइड लाइन के अनुसार छह माह के भीतर कनेक्शन जारी करना हाेता है। छह महीने के बाद फाइल स्वतः ही निरस्त हाेती है। अगस्त 2016 से अब तक की सभी फाइलें रिकॉर्ड रुम में जमा है।
कार्यालय में 50 से 60 फाइलें ही पेंडिंग है। उपभोक्ताओं की ओर से पुरानी फाइलों में आधार कार्ड सहित मुख्य दस्तावेज नहीं लगाए गए। कई उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर व टेलिफोन नंबर नहीं होने से संपर्क नहीं हो पा रहा है। कुछ ऐसे भी है जो फाइल जमा करवाकर चले गए वापिस नहीं लौटे। कई फाइलें ऐसी भी है, जाे मापदंडों पर सही नहीं है।
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