हाईअलर्ट:गंडक के जलस्तर में 8 सेमी बढ़ाेत्तरी से 8 गांवों में बाढ़, 300 परिवारों ने छोड़ा घर

 

हाईअलर्ट:गंडक के जलस्तर में 8 सेमी बढ़ाेत्तरी से 8 गांवों में बाढ़, 300 परिवारों ने छोड़ा घर



हाईअलर्ट:गंडक के जलस्तर में 8 सेमी बढ़ाेत्तरी से 8 गांवों में बाढ़, 300 परिवारों ने छोड़ा घर

पानापुर,अमनौर4 घंटे पहले
पानापुर में गंडक नदी का पानी घुसा। - Dainik Bhaskar
पानापुर में गंडक नदी का पानी घुसा।
  • तरैया में खदरा नदी के तेज बहाव में डायवर्सन बह जाने से मुख्यालय से टूटा संपर्क

शनिवार को गंडक नदी के तटीय इलाके में चौथी बार बाढ़ आ गई। वाल्मीकिनगर बराक से 4 लाख क्यूसेक पानी छूटने के बाद गंडक नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। हालांकि डिस्चार्ज पानी का धार कम होने की वजह से धीमी गति से जलस्तर बढ़ा। 24 घंटे में जल संसाधन विभाग के आंकलन के मुताबिक 8 सेमी. ही जलस्तर बढ़ा है। रविवार दोपहर तक जलस्तर में उफान आ सकती है। तटीय इलाके में बसे पृथ्वीपुर, सलेमपुर, सोनबरसा, बसहियां, उभवां सारंगपुर, रामपुररुद्र और रामपुररुद्र161 गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। अभी तक 300 से अधिक परिवार घर छोड़ कर ऊंचे स्थानों या अपने संबंधियों के यहां शरण ले लिये है। घर में पानी घुसने के बाद लोग सामान को सुरक्षित करने में जुटे हुए हैं। बाढ़ को झेलने के लिए पीड़ित सारण तटबंध पर पॉलीथिन टांग रहे हैं। रामपुररुद्र 161 गांव हर बार की तरह इस बार भी टापू बन गया है।
पहले भी तीन बार बाढ़ आ चुका है
तटीय इलाके के बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि तीन बार बाढ़ आकर चली गई। ना कोई सरकारी अधिकारी पूछने आए और ना ही कोई नेता। अब चौथी बार बाढ़ आ गई है। हमलोग अब भगवान भरोसे हैं। सवालिया लहजे में एक बाढ़ पीड़ित महिला ने कहा कि बाढ़ में खाने का इंतजाम, रहने की व्यवस्था खुद से ही करना है।

चारों तरफ पानी से घिरा गांव
चारों तरफ से पानी से घिर जाने के बाद लोगों के आने-जाने का एकमात्र साधन नाव ही है। गांव में जाने वाली मुख्य सड़क पिछले दिनों आई बाढ़ में कई जगहों से टूट गई थी। पानी हटने के बाद भी मुख्य सड़क की मरम्मत प्रशासन ने नहीं कराई। थक-हारकर ग्रामीणों ने बांस की चचरी बनाकर कामचलाऊ रास्ता बनाया था। जिसे अब चौथी बार आए बाढ़ के पानी ने डुबो दिया। पानापुर सीओ रणधीर प्रसाद ने बताया कि तटीय इलाके पर प्रशासन की पैनी नजर है।

अस्पताल जाना हुआ मुश्किल
प्रखण्ड के भूतनाथ चौक पर खदरा नदी के ऊपर बना डायवर्सन पानी के तेज प्रवाह में बह गया है। जिससे तरैया मुख्यालय का संपर्क तरैया मुख्य बाजार से टूट गया है। निर्माणाधीन पुल भी अभी अधूरा पड़ा हुआ है। तरैया मुख्य बाजार एसएच 70 एवं 104 से तरैया थाना,ब्लॉक और रेफरल अस्पताल जाने का एक मात्र साधन डायवर्सन था। डायवर्सन टूटने के बाद लोग देवरिया-कोरर रोड होते हुए 06 किलोमीटर की दूरी तय कर ब्लॉक जा रहे थे।

अधिकारियों ने लिया जायजा
वाल्मीकि बराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के साथ प्रत्येक दिन हो रही भीषण वर्षा के कारण गंडकी नदी का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। तटबंध के निचले हिस्से में बसे ग्रामीणों में बाढ़ का भय बना हुआ है। नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण अधिकारी हरकत आये है। शनिवार को अमनौर सीओ मृत्युंजय कुमार ने कुआरी,परसुरामपुर,मकसूदपुर, मधुबनी,तक सारण तटबंधों का निरीक्षण किया। तटबंध के निचले किनारों में बसे लोगो से रूबरू होकर उन्हें ऊंचे स्थलों पर चले जाने की बात कही।

जलस्तर में बढ़ोत्तरी के बाद जल संसाधन विभाग सक्रिय
गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद जल संसाधन विभाग सक्रिय हो गया है। सारण तटबंध की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शनिवार को दर्जनों मजदूर काम करते दिखे। बरसात में जहां -जहां तटबंध को क्षति पहुंची है, उसकी मरम्मति की जा रही है। साथ ही जहां कटाव निरोधक कार्य हुआ है, उन जगहों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

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